संसदीय क्षेत्र के तीन नगर पंचायत में दो पर मिली है भाजपा को करारी हार
Chandauli news: निकाय चुनाव में भाजपा अपने गढ़ मे मात खा गई। चार नगर पंचायत में दो पर विजय मिला है। जिसमे चकिया चन्दौली लोकसभा का हिसा नही। सदर नगर पंचायत आपसी खींचतान में हाथ से निकल गया है। जबकि डीडीयू नगर तो इतिहास ही बदल दिया। यहाँ एक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप सोनू किन्नर ने भारतीय जनता पार्टी के उस प्रत्याशी को धूल चटा दी। जिसके लिए दो दो सांसद मंत्री व विधायक जी तोड़ मेहनत किए। विधायक के मेहनत का अंदाजा तो इस बात से लगाया जा सकता है कि जहाँ यह निवास कर रहे वही से भाजपा का सभासद प्रत्याशी बुरी तरह से मात खा गया। निर्दल प्रत्याशी चुनाव जीत गया। जिस प्रकार से जनाक्रोश निकाय पंचायत में दिख यह आगामी वर्ष 2024 के भविष्य का खाका तैयार कर सकता है।
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जनमत ने यह साफ कर दिया कि जीत के बाद पांच वर्ष तक मजबूर रहने वाली जनता भी हिसाब करना जानती है। पांच वर्ष तक नगर में एक अदद लाइट, बजबजाती नाबदान को साफ कराने के लिए नगर पंचायत से लेकर स्थानीय विधायक तक गुहार लगाई लेकिन किसी ने नही सुना। नए निर्माण कार्य कराये गए इसमे भी यह तय किया गया कि कौन ठेकेदार सबसे अधिक कमीशन देगा उसे ही यह कार्य दिया जाएगा। कमोवेश विकास का यह हाल पूरे संसदीय क्षेत्र में है। चन्दौली के विकास पुरुष की संज्ञा पाए केंद्रीय मंत्री जी के विकास का पहिया कौन दौड़ायेगा यह सर्किट हाउस में तय होता है। वहीं से कुछ चंद लोग जो मानक पर खरा बैठते है उन्हें कार्य कराने की छूट दी जाती है। फिर ऐसे लोग घटिया या दोयम दर्जे का सामान लगाकर अपना और उस मानक का पेट भरते है। अधिकारी शिकायत के बाद कुछ सक्रियता दिखाए तो फिर एक फोन उनके इस जांच आग पर कई बाल्टी पानी डालने के समान शांत कर देता है।
शीर्ष नेताओं के नाम पर वोट करने वाली जनता अपने आप को कोसना शुरू कर फिर उन परेशानियों में ही कोई हल निकाल कर समय का इंतजार करती है जिसका असर लोकसभा चुनाव में दिखा था। जनपद के तीन विधानसभाओं में फैली लोकसभा चुनाव में सकलडीहा व सैयदराजा में हार का सामना करना पड़ा था। सदर विधान सभा मे उन हार के अंतर को इस भरोसे से जनता ने कम किया था कि शायद यहां के मूलभूत समस्याओं का ये पांच वर्ष में निराकरण हो जाएगा। जिसमें कोरोना काल से पूर्व चन्दौली मझवार स्टेशन पर एक दर्जन यात्री एक्सप्रेस का ठहराव होता था। जिसे कोरोना काल मे बन्द कर दिया गया। इससे दिल्ली व लखनऊ तथा कलकत्ता जाने वाले यात्रियों को बिना वजह डीडीयू नगर जाना पड़ता है। इसके लिए विभाग के साथ साथ माननीय मंत्री के यहां भी जनता गुहार लगाई। जनपद की एक मात्र सड़क जो मुख्यालय को सैदपुर से जोड़ती है इसकी स्थिति दयनीय हो गयी है। शासन ने इसे स्टेट हाइवे बनाने की घोषणा किया है लेकिन सड़क में गढ्डा है या फिर गड्ढे को सड़क बनाया गया है इसका आकलन नही किया जा सकता। यह भी नही नेता मंत्री व अधिकारी सड़क मार्ग से यात्रा करते हों। इन गढ्ढा युक्त सड़क से ही आते जाते है। प्रधानमंत्री के नाम पर चुनाव जीतने वाले नेता जी को यह समस्या नही दिखी। पहले कार्यकाल में सकलडीहा रेलवे पर इनके प्रयास से ओवर ब्रीज का निर्माण हुआ है। जबकि दूसरे कार्यकाल में विकास के नाम पर उसी ओवरब्रिज के नीचे एक सामुदायिक शौचालय का निर्माण मुख्यालय पर कराया जा रहा है। जनपद के कार्यक्रमो में उपस्थित होने वाले मंत्री जी देश के प्रधानमंत्री की सोच को जनता से जरूर अवगत कराते है लेकिन सांसद व मंत्री के रुप मे जिले के लिए अपनी सोच का कभी उल्लेख नही करते। जिसकी वजह से नगर पंचायत में यह स्थिति हो गयी कि पंचायत सीट के लिए दो- दो सांसद व केंद्रीय मंत्री को पैदल 15 वॉर्ड के नगर में घर घर जाकर वोट मांगना पड़ा। लगभग दस माह बाद लोकसभा का चुनाव होना है। नगर पंचायत चुनाव का परिणाम आगामी लोकसभा के लिए तैयार खाका न हो जाय।