गम्भीर नही बल्कि संक्रामक बीमारी है आई फ्लू
Chandauli news: कोरोना वायरस के बाद अब आई फ्लू ने परेशानी बढ़ा दिया है। यह रोग अपना पांव फैला दिया है। आंख में लालिमा व जलन से परेशान लोग हॉस्पिटलों में पहुंचने लगे है। आंख में मामले को गम्भीरता से लेते हुए लोग घबरा रहे है। यह एक तरह की संक्रामक बीमारी ही। जिससे आंख में जलन होने लगती है।
क्या है आई फ्लू या कंजनटिन वायटिस?
आई फ्लू या कंजनटिन वायटिस के विषय मे जनकरी देते हुए डॉ विवेक सिंह ने कहा कि तेजी से फैलने वाली यह बीमारी वायरस डिसीज है। डॉक्टरों के मुताबिक प्रभावित मरीज के मामूली संपर्क में आने के बाद ही ये बीमारी दूसरे व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में ले लेती है और बहुत तेजी से लोगों के बीच अपना असर दिखाती है।
इस बीच बच्चों में तेजी से फैलते आई फ्लू को लेकर उन्होंने सलाह दिया कि आई फ्लू से प्रभावित बच्चों को स्कूल न भेजा जाए। अन्यथा ये बच्चे दूसरे बच्चों को बीमारी फैला सकते हैं। डा विवेक सिंह ने बताया कि प्रभावित लोग घबराएं नहीं बल्कि सावधानी बरतें और उचित इलाज लेकर इस बीमारी से बच सकते है।
यह लक्षण दिखे तो तत्काल हो जाएं सावधान:
आई फ्लू में आंंखें लाल हो जाना, आंखों से पानी आने लगना,तेज जलन,पलकों पर पीला और चिपचिपा तरल जमा होना, आंखों में चुभन होना और सूजन होना। तेज दर्द होना ।आंखों में खुजली होना इसके प्रमुख लक्षण है। इंफेक्शन अधिक बढ़ जाने पर आंखों में हेमरेज, किमोसिज हो जाता है पलकों में सूजन आ जाती है।
आई फ्लू से बचाव के उपाय-
- पीड़ित व्यक्ति काला चश्मा पहने, टीवी या मोबाइल से दूरी बनाएं, आंखों को बार-बार छूने से बचें,इन्फेक्शन से बचने के लिए बारिश से बचें,आंखों को गुनगुने पानी से साफ हो करें। आंखों को साफ करने के लिए साफ और सूती कपड़े का इस्तेमाल करें,आई फ्लू के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें