उत्तर प्रदेशक्राइमखेलगोरखपुरचंदौलीझांसीबांदामनोरंजनमिर्जापुरमुरादाबादराजनीतिराज्यराष्ट्रीयलख़नऊवाराणसीशिक्षा/रोजगार

151 में पहले जेल फिर बेल के मामले में हुई किरकिरी, तो दूसरे पक्ष को भी दे दिया जमानत

सम्प्रदायिक दंगे को देखते हुए पुलिस ने दोनों धर्म के किया था 151 का चालान

गुणा गणित सेट होने पर एसडीएम ने अपने ही आदेश को घण्टे भर में पलटा

गांव में पुलिस का लगाया गया पहरा

Chanaduali news:  इलिया के खरौजा गांव में घर का खिड़की खोलने को लेकर विवाद हो गया। यह विवाद भाई भाई व एक जाति में नहीं बल्कि दो सम्प्रदाय के बीच हो गया।हिन्दू मुस्लिम झगड़े के कारण गांव में  साम्प्रदायिक का रुप न ले ले इसके पहले ही दोनों पक्ष से पुलिस ने तीन ब्यक्तियों का 151 में चालान कर दिया। जिसकी रिपोर्ट एसडीएम चकिया कोर्ट में दे दिया। उधर कोर्ट ने पहले तो तीनों ब्यक्ति को अग्रिम आदेश तक जेल भेजने का निर्णय ले लिया। जमानत खारिज होने के बाद पुलिस मुल्जिमों को लेकर चौका घाट जाने लगी। पुलिस  बबुरी से आगे पहुंच गई थी। इसके बाद एक पक्ष के लोग जुगाड़ में लग गए। जिनका जुगाड़ भी भ्रस्टाचार के इस दौरे में बहुत ही सटीक बैठ गया। इसके बाद अपने ही आदेश पर संशोधन आदेश जारी कर दिया गया। जिसकी जानकारी के बाद पुलिस को बबुरी से पुनः वापस आकर जमानत मिलने वाले मुलजिम को छोड़ना पड़ा।

घंटे भर में ही जेल व बेल की कहानी का चर्चा शुरू हो गया। जिसपर बचाव में एक यह बता दिया गया कि पहला पक्ष सीआरपीएफ में है। 24 घण्टे का जेल होने पर निलंबन होना तय है। यह बात सीआरपीएफ के ब्यक्ति को भी पता था। सूत्रों का कहना है इसी टेक्निकल आधार पर मुद्रा मोचन किया गया। हलांकि भ्रस्टाचार के  इस खेल का राज कुछ ही समय में खुल गया। जिसकी किरकिरी शुरू हो गयी। जिलाधिकारी से लेकर उच्चाधिकारियों ने अब इस मामले का संज्ञान ले लिया है। उधर दूसरे दिन ही आपा धापी में दूसरे पक्ष के दोनों भइयो को भी जमानत दे दिया गया है। 

फ़ोटो: जेल व बेल के खेल का नमूना आदेश

भ्रस्ट ब्यवस्था के इस खेल में अब गांव में पुलिस का पहरा लगा है। एक तरफ पुलिस महाकुम्भ में ड्यूटी के कारण ऐसे ही पुलिस कर्मियों की कमी से रात्रि गश्त आदि प्रभावित होने से परेशान है। जिसके कारण लगातार चोरियां बढ़ रही है। ऐसे में   पुलिस कर्मी गांव के पहरा में लगाये गए है। 

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page