
आयुक्त की जांच काजू कतली मिठास में उलझी
Chandauli news: गांव में कहावत ही “बिलार से छींक की रखवाली” कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार को एआरटीओ कार्यालय के भ्रस्टाचार की जांच करने पहुंचे थे। लेकिन जांच की आंच चांदी के तवक को पार नही कर पायी। काजू कतली की मिठास व देशी घी में तरबतर काजू के नमकीन ने उलझकर रह गया।

एआरटीओ कार्यालय जिले के दस सबसे भ्रस्ट विभाग में अपने आप शिखर पर पहुंचाने में लगा हुआ है। स्थिति यह है कि एआरटीओ व आरआई की जुगलबंदी ने ड्राइविंग लाइसेंस हो या वाहन ट्रान्सफर चाहे ओवरलोड वाहनों का चालान इसमें राजस्व से ज्यादा इन दोनों अधिकारियों का कमीशन है। भ्रस्टाचार को news place ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिसे परिवहन आयुक्त ने गम्भीरता से लिया।

एआरटीओ कार्यालय के भ्रस्टाचार की जांच करने के लिए अपर आयुक्त भीमसेन को मौके पर भेजा गया। बुधवार को परिवहन कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने रजिस्टर आदि का अवलोकन किया। इसी बीच भारी वाहन का प्रमाण पत्र पांच हजार में जारी होने की शिकायत लेकर पहुंचे। जिसपर उपायुक्त परिवहन ने 5000 के कमीशन को 3500₹ करा दिया। मतलब आये थे भ्रस्टाचार की जांच करने मामला संज्ञान में आया तो खुद इसपर लगाम लगाने की बजाय उसे कुछ कम कर दिया।