राजस्थान के अलवर में है कुलदेवी जमवाय माता
चन्दौली। जनपद के 52 गांव में अपना सामाज्य बनाये भृगुवंशी राजपूतों का एक जत्था अपने वंशजो के मातृभूमि राजस्थान के लिए निकला। जहाँ अलवर में पहुंचकर वहाँ निवास कर रहे लोंगो से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही अपने कुलदेवी जमवाय माता का दर्शन पूजन करेंगे। यहाँ से जा रहे जत्थे के विषय मे वहाँ के लोंगो को जानकारी हुई है। वह लोग भी काफी उत्साहित है। यहाँ से इन लोंगो के जत्थे को गाजा बाजा के साथ रवाना किया गया।
राजस्थान के अलवर स्थित मंगवर तहसील के चांदपुर गांव से निकले दो भाई झोटीक्राय व बहोरी क्राय गंगा के तराई क्षेत्र में निकले। जहाँ चन्दौली के सकलडीहा व चन्दौली कोट पर अपन निवास बनाया। वहाँ से 52 गांव में उनके वंशज धीरे धीरे फैल गए। इन लोंगो बहुतायत संख्या बढवल परगना में हुआ। जिससे यहाँ इन्हें बढवलिया राजपुत के नाम से जानते है। हालांकि यह लोग अपने कुल देवी का जिक्र नही किये। जिसके बाद युवाओं की एक टीम ने खोज शुरू किया। इन लोंगो को जब अलवर के विषय मे पता चला तो शनिवार को क्षत्रिय समाज की एक टीम चंदौली के सदर ब्लॉक से रवाना हुआ।
जिसमें करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष जन्मेजय सिंह एडवोकेट जिलाध्यक्ष विधि प्रकोष्ठ धनंजय सिंह एडवोकेट, जिला वरिष्ठ संरक्षक मुन्नू सिंह, संरक्षक हेमराज सिंह संरक्षक नवीन सिंह बबलू पूर्व जिला पंचायत सदस्य शशि सिंह राम सिंह पिंटू, ज्ञान प्रकाश सिंह ,आरपी सिंह को विदा किया गया। इस दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह इन सभी लोंगो को माला व अंगवस्त्र पहनाकर विदा किये।