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6000 कुंतल धान के घालमेल में फंस गए क्रय केंद्र प्रभारी

एसडीएम ने बारीकी से किया जांच तो खुल गयी “अ”.ब सेंटर की कलई

Chandauli news: धान खरीद के लिए जनपद में 112 क्रय केंद्र खुले है। इस 56 क्रय केंद्र को ही विभागीय गुणा गणित के लिए 112 केंद्र अ और ब करके बनाया गया है। जहां किसानों के बजाय ब्यापारियों के धान को किसान के नाम पर खरीदने की तेजी रहती है।

कुछ इस तरह की शिकायत पीसीयू के केंद्र भोजापुर की मिली थी। जिसकी जांच करने के लिए एसडीएम सकलडीहा अनुपम मिश्रा पहुंचे। जांच में उन्होंने 6000 कुंतल से अधिक का घालमेल पकड़ा। बड़े पैमाने के घालमेल पर एसडीएम ने केंद्र प्रभारी के खिलाफ सकलडीहा थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर भी दे दिए है।

मंगलवार को केंद्र पर जांच करने पहुंचे एसडीएम ने देखा कि धान की खरीद बोरे के अभाव में बन्द थी। लेकिन कब खरीद का विवरण जांच किया तो 400 कुंतल से अधिक की खरीद मंगलवार को अलग अलग किसानों से की गई थी। इसके बाद जब उन्होंने बारीकी से जांच किया तो पता चला कि जितने भी किसानों की खरीद हुई थी उसमें अधिकांश मिलर के भेजे हुए किसान थे। जो विभगीय गुणा गणित से यहां केवल अंगूठा लगाने आये थे। एसडीएम ने जांच में पाया कि लगभग 6000 कुंतल धान की खरीद सेंटर प्रभारी ने बिना केंद्र पर धान आये ही खरीद कर लिया है।

सेंटरों पर ऐसे होता है घालमेल:

क्राय केंद्र पर अ और ब के नाम से केंद्र खुले है। इन दोनों सेंटर पर दो- दो कांटे से प्रत्येक सेंटर पर प्रतिदिन 1200 कुंतल धान खरीद होना चाहिए। लेकिन सेंटर पर एक दो किसानों से अधिकतम 200 कुंतल तक धान की खरीद होती है। शेष 1000 कुंतल तक धान कि खरीद मिलरों के किसानों की खरीद होती है। विभगीय सूत्रों की माने तो जिसके बदले प्रति कुंतल 100- 200 ₹ कमीशन मिलता है।

क्या कहते है अधिकारी: इस सम्बंध में जिलाधिकारी निखिल टी फूंडे ने बताया कि भोजापुर सेंटर पर भारी अनियमितता मिली है। जिसके लिए केंद्र प्रभारी पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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