पुलिस अधीक्षक के रिपोर्ट पर एडीजी ने बदल दिया जिला
करखासों का कमर तोड़ने के लिए हुई कार्यवाही
Chandauli news: पुलिस अधीक्षक ने थानों के एक 36 करखासों को विशेष प्रशिक्षण के लिए लाईन में आमद कराया था। इन लोंगो को बकायदे प्रशिक्षित किया गया। जब यह ट्रेंड हो गए तो जिले पर तैनाती देने के बजाय पुलिस अधीक्षक ने इन सभी का एडीजी से शिफारिश कर इन लोंगो दूसरे जिले में स्थानान्तरित करा दिए। अभी प्रशिक्षण के बाद थानों पर तैनाती की आस में लगे इन करखासों के अलावा थाना प्रभारियों में भी मायूसी छाई हुई है।
जनपद आगमन के बाद पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने पहली कार्यवाही यही किया। जो थाने के नामचीन कारखास थे। उनकी गोपनीय रिपोर्ट मंगाकर उन लोंगो को विशेष प्रशिक्षण के लिये लाइन में बुला लिए थे। लेकिन यह शिकायत मिल रही थी कि शाम सात बजे प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद यह लोग पुनः उसी थाने पर चले जाते थे। इसके पीछे का कारण यह था कि अधिकांश थाना परिसर में के बैरक में अपना अस्थायी निवास बनाये हुए थे।
उधर शाम को प्रशिक्षण से वापस आने के बाद अधिकांश अपने थाने का कार्य देखते रहते थे। जिसमें लाइन में बुलाने के बाद भी उन सभी के क्रिया कलाप में बदलाव न होने पर पुलिस इन सभी का जिला परिवर्तित कर दिया गया। एडीजी पीयूष मोर्डिया ने 46 लोंगो को चन्दौली से अन्य जनपद के लिए स्थान्तरित आदेश जारी कर दिया। एडीजी के यहां से आदेश आते ही पुलिस अधीक्षक ने इन सभी को जिला छोड़ने के लिए डेट फिक्स कर दिया। एडीजी के आदेश में महुआ बिनने वाले मजदूरों से टैक्स वसूलने वाले चौकी प्रभारी धर्मेंद्र शर्मा के साथ 03 अन्य उपनिरीक्षक भी शामिल है।