किसान गोष्ठी में उद्यान विभाग के कारनामें की खुली पोल
उद्यान अधिकारी का विवादित बयान योजना का लाभ लेने न आयें किसान
Chandauli news: किसानों की आय दुगुना करने के लिए परम्परागत खेती की बजाय सरकार सब्जी, फल व फूल की खेती करने पर जोर दे रही है। इसके लिए किसानों को जागरूक व प्रोत्साहन राशि भी दे रही है। जिसकी जिम्मेदारी उद्यान विभाग को दिया गया है। अब किसानों का दुगुना करने के बजाय विभागीय अधिकारी अपना और अपने कर्मचारियों का पहले आय बढ़ाने में लगे है।जिसके कारण किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज देने की बजाय कमीशन खोरी में दोयम दर्जे के बीज उपलब्ध कराए जा रहे।
मंगलवार को इसका खुलासा तब हुआ जब उद्यान विभाग दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे किसानों ने दोयम दर्जे के बीज की बात गोष्ठी में अधिकारियों के सामने उठा दिए। हलांकि उस समय जिलाधिकारी उपस्थित नहीं थे। किसानों को किसी तरह से शान्त कराकर कार्यक्रम को सफल बनाने की पुरजोर कोशिश किया गया।
जैसे ही कार्यक्रम समाप्त हुआ उद्यान अधिकारी ने अपने तेवर बदल लिए। हुआ यह कि नरसिंहपुर के किसान लोकनाथ मौर्या को उद्यान विभाग से कलश ब्रांड का फूलगोभीबीज दिया गया था। जब उन्होंने इस बीज की नर्सरी डाली और उसे जब खेत मे पौधरोपण की तैयारी शुरू की उंसके पूर्व नर्सरी में ही फूलगोभी में छोटी छोटी फलियां लगने लगी। सकलडीहा के मोहन यादव ने बताया कि वह टमाटर का बीज ले गए थे। जिसकी नर्सरी डाली गई लेकिन एक भी फल नहीं आया। 10 विस्वा खेत पूरी तरह से नुकसान हो गया।
वहीं रामानुज ने बताया कि 2250₹ कुंतल आलू का बीज उपलब्ध कराया गया था। जिसमें तीन कुंतल आलू सड़ा हुआ मिला। जब इसकी शिकायत विभाग से की गयी तो पहले तो यहां के अधिकारी इस बात से साफ मना कर दिए कि बीज हमारे विभाग से नही गया है। इसपर जब किसानो ने रजिस्टर में एंट्री व सम्बंधित बाबू से बीज ले जाने का सत्यापन कराय उसके बाद उद्यान अधिकारी ने विवादित बयान देते हुए यह कह दिया कि फिर विभाग में आते ही क्यों है। उद्यान अधिकारी के इस वक्तब्य पर अन्य किसान हतप्रभ रहे।