न्यायालय निर्माण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैतहे थे अधिवक्ता
Chandauli news: “क्या हार में क्या जीत में,किंचित नही भयभीत मैं,कर्तब्य पथ पर जो मिला, वह भी सही यह भी सही, वरदान नही मांगूगा पर हार भी नही मानूंगा” मैं हार नही मानूंगा…. पूर्व प्रधानमंत्री पंडित अटल बिहारी वाजपेयी जी की कविता से प्रेरित चन्दौली के विकास को लेकर आखिरकार शुक्रवार को अधिवक्ताओं की सात सदस्यीय टीम टीम दिल्ली के लिए पैदल रवाना हो गयी। पैदल यात्रा के पूर्व सामाजिक संगठनों ने अधिवक्ताओ के साथ खड़ा हो गया। शुक्रवार को कचहरी परिसर से होते हुए पूरे नगर में समर्थन उत्साह जुलूस निकलते हुए अधिवक्ता कलेक्ट्रेट गेट तक पहुंचे। जहां से वरिष्ठजनों द्वारा हरी झंडी दिखाकर आगे के लिए रवाना किया।
न्यायालय की भूमि रजिस्ट्री होने के बाद भी अभी तक तकनीकी कारणों से निर्माण का कार्य शुरू नही हो सका है। 26 वर्ष से कभी जमीन तो कभी नक्शा के नाम पर जनप्रतिनिधि व अधिकारी अब तक टहलाते रहे है। इसके अलावा अधिकांश सरकारी कार्यालय किराए पर संचालित है, अधिकारी जनपद में रहने की बजाय वाराणसी में निवास करते है। इन सभी मंगा को लेकर पिछले एक माह से अधिवक्ता सदर कचहरी में आंदोलनरत है।
पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री व चन्दौली के सांसद ने अधिवक्ताओ से कहा कि जल्द ही न्यायालय का नक्शा हाईकोर्ट के माननीय न्यायधीश द्वारा पास किये जाने के बाद कार्य तेजी से होगा। अधिवक्ताओं का आरोप है कि नक्शा पास हो जाने के बाद भी अब तक डीपीआर नही बन पाया। इसके साथ ही अन्य कार्यालयों के लिए भूमि आवंटित नही हो सकी। पिछले दिनों पीएमओ म् भी अहिकेट लेकर पहुंचे अधिवक्ताओ से पीएमओ के अधिकारियों ने यह कहकर वापस कर दिया कि केवल पीएमओ ऑफिस वाराणसी लोकसभा क्षेत्र के लिए है। अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं ने निर्माण समिति बनाकर अपनी मांग को मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री तक पहुंचाने का निर्णय लिया।
शुक्रवार को दिल्ली वाया लखनऊ के लिए सात सदस्यीय टीम निकल ली। इस दौरान झनमेजय सिंह, वीरेंद्र सिंह, अनिल सिंह, चंद्रभानु सिंह, जय प्रकाश सिंह, विकास सिंह, धनंजय सिंह, चंद्रभानु सिंह, नीरज तिवारी, हरिशंकर सिंह, कृष्णकांत उपाध्याय ,उज्जवल सिंह, अनिल सिंह, टोपी गुरु, वीरेंद्र सिंह दाढ़ी उपस्थित रहे।