लाखों से लगायी हाजिर, दिन भर लगा रहा तांता
Chandauli news: एक बिलपत्रम एक पुष्पम, एक लोटा जल की धार, दयालु रीझ के देते है, चंद्रमोली फल चार, व्याघाम्बरं भस्माङ्गरं, जटा जुट लिबास, आसन जमाये बैठे है, कृपा सिंधु कैलाश। महाशिवरात्रि पर लाखों श्रद्धालु मंदिरों पर पहुंचकर अद्भङ्गी को मानने उनके चौखट तक पहुंच गए। जिससे मन्दिरों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुरक्षा ब्यवस्था में लगी पुलिस की उम्मीद से अधिक जुटी भीड़ से प्रशासन परेशान हो गया।

एक तरफ जन सैलाब ने जिस तरह महाकुम्भ का रिकार्ड तोड़ दिया। वैसा ही नजारा बुधवार को महाशिवरात्रि पर देखने को मिला। जनपद के दो मन्दिर चकियां स्थित जागेश्वर नाथ व सकलडीहा के कालेश्वर नाथ मंदिर पर श्रद्धालुओं का रेला रहता है। इसके हिसाब से मन्दिर पर सुरक्षा ब्यवस्था कि जाती है। जो सामान्यतया दोपहर दो बजे के बाद कम हो जाती है। लेकिन इस बार सुबह से यह भक्तों का जो रेला शिव को रिझाने के लिए चला वह दोपहर बाद इसमें बढोत्तरी होती गयी। प्रशासन लाईन लगाने की जो ब्यवस्था किया इस हिसाब से लगभग तीन से चार किमी की भीड़ जुट गई थी। लेकिन मन्दिर के आया पास जगह ही नही थी जहां से कतारबद्ध किया जा सके।
स्थिति यह को गयी एक साथ आठ से दस लाइन लग गयी। सुरक्षा ब्यवस्था में लगे कर्मचारियों के नियंत्रण से बाहर हो गया। मन्दिर की ब्यवस्था में लगे सुरक्षा कर्मी शिव भक्तों को शिव के मर्जी पर छोड़ दिया। मन्दिर में सभी दर्शन पा सके इसके लिए परिसर में पुलिस भीड़ को नियंत्रित करते हुए दर्शन करा रही थी।
इस बार सुबह 6:47 बजे से शुरू होकर 9:42 बजे तक रहता है। ब्रह्म मुहूर्त का संयोग रहा। इसके बाद 11:06 बजे से 12:35 बजे तक रहता है। मध्याह्न मुहूर्त। दोपहर के बाद 3:25 बजे से 6:08 बजे व 8:54 बजे से 12:01 बजे तक शुभ मुहूर्त है। इसके कारण मंदिरों में इन समय को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालु पहुंच रहे थे। सकलडीहा के कालेश्वर नाथ मन्दिर काशी विश्वनाथ मंदिर से संचालित होता है। ऐसे में जो काशी विश्वनाथ नही पहुंच पाये वह छोटे विश्वनाथ के रूप में यहीं दर्शन पूजन किये। दोपहर तक लगभग 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ का दर्शन पूजन किया।