देवेंद्र साहू, शिवमणी सहित चार दरोगा को एसपी ने किया विदा
फरियादी को थाने में पीटने के मामले में लाइन हाजिर हुए थे देवेंद्र साहू
Chandauli news: इलिया कस्बा चौकी प्रभारी रहने के दौरान फरियादी को पीटने के मामले में लाइन हाजिर हुए चर्चित दरोगा देवेंद्र साहू सहित चार एसआई को पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने कार्यमुक्त कर दिया। इन सभी को जिला छोड़ने के लिए 18 सितम्बर का समय दिया गया है।
पिछले 02 अगस्त को इलिया प्रधान द्वारा दोयमदर्जे व घटिया किस्म के सामग्री से निर्माण कार्य कराया जा रहा था। जिसका विरोध कस्बा के एक ब्यापारी ने किया। उसने मामला बढ़ता देख डायल 112 को सूचना दे दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्ष को थाने बुला लिया। इधर प्रधान ने कस्बा प्रभारी को जानकारी दे दिया। जब तक शिकायत कर्ता थाने पहुंचता उसके पहले ही चौकी प्रभारी मौके पर उपस्थित हो गए थे। पीड़ित का आरोप था कि निर्माण कार्य की शिकायत डीपीआरओ से करने की बजाय उसने पुलिस में कर दिया था। फिर तो कस्बा इंचार्ज उज़के ऊपर टूट पड़े थे। दरोगा के इस ब्यवहार की शिकायत पीड़ित ने कप्तान से किया। जांच में पीड़ित की बात सही साबित हुआ। लेकिन फीड बैक के लिए कप्तान ने पुनः बुलाया। इस दौरान उनके सिपहसालारों ने पता नही ऐसा क्या समझा दिया कि दरोगा की गलती को एसपी ने नजरअंदाज करते हुए पीड़ित को जेल भेजने की धमकी दे दिए थे।
मामले की पीड़ित ने मानवाधिकार व डीआईजी रेंज के यहां शिकायत किया था। हालांकि इसके पूर्व ही एसपी ने देवेंद्र साहू को लाइन हाजिर कर दिया। पिछले 14 सितम्बर को डीईजी रेंज ने एसआई देवेंद्र साहू, मोहरगंज चौकी प्रभारी अशोक सिंह, इलिया चौकी प्रभारी सुनील सिंह, सकलडीहा कोतवाली में तैनात एसआई शिवमणी त्रिपाठी का स्थानांतरण गाजीपुर कर दिया। डीआईजी के स्थानांतरण आदेश मिलते ही सोमवार को पुलिस अधीक्षक ने इन सभी लोंगो को जनपद से कार्यमुक्त करते हुए तत्काल रवाना आदेश जारी कर दिया। हालांकि विभागीय जनों का कहना है कि जनपद में इन लोंगो का समय पूर्ण हो गया था। जबकि गौर किया जाय जाय तो विभागीय तालमेल की वजह से कुछ ऐसे लोग भी जो लगभग आठ वर्ष से जनपद में तैनात होने के साथ साथ महत्वपूर्ण थाना का कमान संभाले हुए है।