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निर्जला व्रत के बाद चलनी से पति व चांद का दीदार कर लंबी उम्र की कामना

पति के लंबी उम्र के लिए उपवास में भी पूजा की तैयारी में दिनभर होती रही खरीददारी

आभूषण के दुकानों से लेकर पूजा सामग्री वाले दुकानों पर रही भीड़

Chandauli news: हरितालिका तीज के बाद पतियों के लंबी उम्र के लिए सुहागिन महिलाएं करवाचौथ का ब्रत रखकर गौरी गणेश की पूजा अर्चना की। इसके बाद चांद के निकलने के बाद अर्घ्य दी। चलनी की ओट से चांद व पति का दीदार कर पति के दीर्घायु जीवन कि कामना किया। इसके बाद पति के हाथों पानी पीकर अपने व्रत का पारण कीं।

पत्नी की इस कठिन व्रत में पति भी उनके सहयोग में लगे रहे। रविवार की छुट्टी के कारण एक दूसरे का  सहयोग करने में इन सभी को पूरा समय भी मिल गया। पत्नी के समर्पण को देखते हुए पति लोग बाजारों में साथ ले जाकर पूजा की सामग्री के साथ साथ श्रृंगार, आभूषण की खरीदारी में ब्यस्त रहे। इससे बाजारों में रविवार के दिन रौनक रहा।

रात्रि 08 बजे चांद के उदय होने पर चलनी की ओट से दीपक की मदत से पहले चांद को फिर अपने पति का दीदार कीं। रोली अक्षत से पूजन कर उनके  पति के हाथों से पानी पीकर अपने व्रत का पारण करते हुए पति के लंबी उम्र की कामना किया।

व्रत में इंटनेट भी बना माध्यम:

24 वीं शदी के भारत में जहाँ तकनीकी ज्ञान के लिए इंटरनेट सबसे सरल साधन है। तो वही अपनों को दूर होते हुए भी अपने पास होने का एहसास दिलाता है। रविवार को भी यह अपने जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया। घर गृहस्थी के लिए अपने शहर या घर से दूर रहने वाले पति पत्नी के मिलन का साधन बने इंटरनेट की मदद से  वीडियो कॉल में पति का दीदार कर व्रतियों ने अपने व्रत का पारण किया।

चलनी से क्यों देखते है चेहरा :

करवा चौथ पर चंद्रोदय के बाद व्रती महिलाएं चलनी से पति व चंद्रमा का दीदार करती है। इसके पीछे जानकारों का तर्क है कि चलनी अनाज कण को छानकर अपने पास रख लेती है। अनाज साफ सुथरा कर देती है। पत्नी के चलनी की ओट से पति का दीदार करने के पीछे भी यही कारण है कि पति पर बुराई का साया न पड़े। जो भी बुराई हो वह चलनी मतलब पत्नी की तरफ आ जाय।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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