विक्रांत वीर होंगे बालियां के नए एसपी
नरहीं थाने में अवैध वसूली में शासन ने की कार्यवाही
Varanasi/Baliaa news: नरही थाना में वसूली का आरोप सिद्ध होने पर शासन ने देर रात्रि बड़ी कार्यवाही करते हुए एसपी देवरंजन वर्मा को हटा दिया। उनके स्थान पर विक्रांतवीर को नया एसपी बनाया गया है। यह कार्यवाही एडीजी पीयूष मोर्डिया की संस्तुति पर हुआ है।
बुधवार की देर रात्रि एडीजी पीयूष मोर्डिया डीआईजी आजमगढ़ के साथ बलिया के नरही थाना द्वारा किये जा रहे अवैध वसूली गिरोह को रंगेहाथ पकड़ा था। जिसमें थाना प्रभारी व चौकी इंचार्ज सहित 22 लोंगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए 16 लोंगो को गिरफ्तार किया गया था।
सरकार भ्रस्टाचार में जीरो टारलेन्स का दावा कर रही है। लेकिन थानों पर अवैध वसूली का काम और तेजी पकड़ लिया है। सूत्रों की माने तो जो कार्य पिछली सरकार में खुलेआम हो रहा था वर्तमान सरकार में कार्य का रूप बदल गया है। सरकार की सख्ती के नाम पर कमीशन बढ़ गया है।
बुधवार के रात्रि में एडीजी व डीआईजी के छापेमारी में पुलिस के भ्रस्टाचार का खुलासा हुआ। जिसमें प्रतिदिन इस तरह की वसूली होने का मामला प्रकाश में आया। जोन व रेंज स्तर के अधिकारियों को अवैध वसूली की जानकारी हो गयी। जिसके बाद छापेमारी भी हो गयी। मामला पकड़ में भी आ गया। लेकिन स्थानीय स्तर के अधिकारियों को इसकी भनक भी नही लगने दिया गया। इसके पीछे उच्चाधिकारियों को इस बात की आशंका रही कि जनपद स्तरीय अधिकारी को भनक लगते ही ऑपरेशन विफल हो जाएगा।
एडीजी व डीआईजी के कार्यवाही में थाना प्रभारी नरिहा व चौकी प्रभारी कोरंटाडीह सहित 22 लोंगो को मुलजिम बनाया गया है। जिसकी रिपोर्ट शासन में जाते ही देर रात्रि पुलिस अधीक्षक देवरंजन वर्मा को हटा दिया । उनके स्थान पर विक्रांतबीर को भेजा गया है। हाथरस कांड में 09 माह का सस्पेंसन झेलने के बाद विक्रांत वीर वर्तमान समय मे लखनऊ के PAC 32वीं वाहिनी में तैनात थे। 2014 बैच के आईपीएस विक्रांत वीर इसके पूर्व उन्नाव व लखनऊ में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के पद पर रहे चुके है।