भाईयों के कलाई तक राखी पहुंचाने में डाकघर की विश्वसनीयता बरकरार!
अमेरिका, ब्रिटेन तक भेजी जा रही राखियां
Chandauli news: घर से दूर होने के बाद अपनो तक कुशलता का समाचार पहुंचने वाले डाकघर का जगह भले ही बदलते परिवेश में मोबाइल, व्हाट्सप, फेसबुक व इंस्ट्राग्राम ने ले लिया हो। लेकिन बहनों को आज भी अपने भाई के कलाई तक रखी पहुंचाने में डाकघर ने अपनी विश्वनीयता बरकरार रखी है। भाईयों के यहां रखी समय से पहुंच जाय इसके लिए डाकघरों में काफी भीड़ लग रही। कोई अमेरिका तो कोई ब्रिटेन तक अपने अटूट प्रेम के डोर को पहुंचाने की जिम्मेदारी डाकघर को दे रखी है।
पहले गांव में शाम के समय डाकिया अंतर्देशीय तो किसी का रजिस्ट्री लेकर पहुंचता था। घर के दरवाजे पर डाकिया की आवाज मिलते ही दरवाजे की चौखट तक महिलाएं आ जाती थी। मोबाइल युग ने उस इंतजार के घड़ी को समाप्त कर दिया। अब सात समंदर पार से भी वीडियो काल कर लोग अपनो से रूबरू हो जा रहे है। इसके अलावा संदेशों का आदान प्रदान भी हो जा रहा। फिर भी एक ऐसा पर्व जिसने आज भी डाकघर पर विश्वास रखा है।
बहनें, भाईयों की कलाइयाँ सजाने के लिए डाक से रंग-बिरंगी राखियाँ भेज रही हैं । डाक विभाग भी इसके लिए मुस्तैद है। जनपद से अब तक 05 हजार राखियां भेजी जा चुकी है। जबकि वाराणसी परिक्षेत्र में यह आंकड़ा 85 हजार तक पहुंच गया है।
देश के साथ साथ विदेशों में राखियां भेजी जा रही। 800 राखियाँ विदेशों के लिए भेजी गई। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर तक भेजी गयी है। इत्यादि देशों में भेजी गई हैं। पोस्टमास्टर जनरल के के यादव ने बताया कि रक्षाबन्धन के दिन भी वितरण शुरू रहेगा।