एसपी का तुगलकी फरमान, नही मानते भद्रा व खरमास
Chandauli news: श्रावण माह के पूर्णिमा तिथि को मनाए जाने वाले रक्षाबंधन के पर्व पर इस बार भद्रा काल का प्रकोप है। जिसके कारण बहनें अपने भाई को इस भद्राकाल में रक्षासूत्र नही बांधेंगी। लेकिन पुलिस अधिकारी की तुगलकी फरमान के आगे। अपने भाईयों के अपने भाईयों के कलाई पर इस भद्रा काल मे राखी न बांधने वाली बहनें पुलिस अधिकारियों के साथ साथ जनप्रतिनिधियों व जिलाधिकारी को भी पुलिस लाइन सभागार में रक्षाबाँधी।
सनातन परंपरा की मानें तो इस बार श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि में पूरे दिन भद्रा का प्रकोप है। ऐसे में कोई भी शुभकार्य नही करना चाहिए। इस मुहूर्त में किया गया कार्य शुभ फल नही देता। माना जाता है रावण व कुम्भकर्ण को सुपूर्णखा ने भद्राकाल में राखी बांधी थी। पिछले कई दिनों से मुहूर्त को लेकर विद्वान ब्राह्मणों ने रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त रात्रि के 9.01 मिनट के बाद व गुरुवार को सुबह 7:15 तक को श्रेष्ठकर माना है।
लेकिन इन सब से अलग पुलिस अधीक्षक ने पुलिस लाइन में रक्षाबंधन का कार्यक्रम बुधवार को भद्राकाल में ही कर दिया। इसमें सैयदराजा विधायक सुशील सिंह को मुख्यअतिथि बनाया गया। इसके अलावा विधायक डीडीयू नगर, चकिया व पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष छत्रबलि सिंह के साथ साथ जिलाधिकारी को भी बुलाया गया। रक्षाबंधन का कार्यक्रम रानीलक्ष्मीबाई सम्मान(दुष्कर्म पीड़िता), कोविड काल मे अपने परिजनों को खोने वाली युवतियों व हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट के पांच पांच मेधावियों से कराया गया।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने कहा कि रक्षाबंधन के पवित्र त्योहार के लिए मुहूर्त नही है। ऐसी भ्रांतियां है। इसे पुलिस के लोग नही मानते। उनके लिए जब समय मिल गया तभी मुहूर्त है। उन्होंने कहा कि ऐसे पीड़िता जिन्हें रानीलक्ष्मी बाई सम्मान मिला है। इन लोगो की सुरक्षा उनकी पहली जिम्मेदारी है। आज के दिन इन पीड़ित बहनों के रक्षा के लिए संकल्पित हूं। उन्होंने कहा पुलिस का यह दायित्व है कि जनपद के एक एक नागरिक का रक्षा करना उनका दायित्व है।
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि सैयदराजा विधायक सुशील सिंह ने कहा कि आज पुलिस के सहयोग से ऐसे बहनों का साथ व आशीर्वाद मिला है जिनके रक्षा का दायित्व करने के लिए निरन्तर अग्रसर रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिन बहनों ने राखी बांधा व कुछ ने तो भद्राकाल में राखी बांधने में असहजता महसूस किया ऐसे बहनों का वह राखी अपने पास रखें है। उनके भावना का सम्मान करते हुए शुभ मुहूर्त में उसे भी बांधने का काम करेंगे। ऐसे सभी बहनों के सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि कभी भी किसी भी समय उन्हें लगे कि उनके भाई की जरूरत है वह बिना किसी संकोच के उन्हें याद कर सकती है।
इस दौरान जिलाधिकारी निखिल टी फूंडे ने मेधावियों व रानीलक्ष्मीबाई योजना से सम्मानित पीड़ितों से कहा कि अपने हौशले को खोने ना दें। इन बच्चियों से सिख लें जिन्होंने अपने कॉलेज के टॉपरों में अपना स्थान बनाया है। उन्हें किसी भी प्रकार की जरूरत की आवश्यकता हो उनके लिए जिलाधिकारी व जनप्रतिनिधियों के दरवाजे हमेशा खुले है। इस दौरान डीडीयू नगर विधायक रमेश जयसवाल, चकिया विधायक कैलाश खरवार, पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष छत्रबलि सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक ओपरेशन सुखराम भारती, सीओ सदर रामबीर सिंह व अशुतोष त्रिपाठी उपस्थित रहे।