चरित्र वैरिफिकेशन तक सिमटी जनपद की एलआईयू, नही रखती कोई खुफिया जानकारी
मानक को ताक पर रख पैसे के वजन से एनओसी देती है अग्निशमन
सौभाग्यशाली रहे करवत के ग्रामीण, नही तो उड़ गए होते कई घरों से चिथड़े
Chandauli news: जनपद की अभिसूचना (एलआईयू) केवल चरित्र वैरिफिकेशन तक अपने आप को समेट ली है। जनपद में अन्य खुराफात व अराजकता की जानकारी इनके पास नही है। जिसका अंदाज मंगलवार की जिले में हुई घटना से लगाया जा सकता है। यह बात दूसरी है कि जिस थाना प्रभारी से कुछ अनबन हुआ या फिर कारखास वगैरह से मनमुटाव हुआ। उसकी खुफिया रिपोर्ट जरूर रिपोर्टिंग ऑफिसर को दे देते है।
एनआईए की टीम सैयदराजा थाना क्षेत्र के बरठी कुम्भापुर में छापेमारी कर एक युवक को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि बगही कुम्भापुर निवासी बच्चा राय के दो पुत्र नक्सली गतिविधियों से जुड़े हैं। इसी के चलते छापेमारी की कार्रवाई हुई है। बगही कुम्भापुर निवासी बच्चा राय के दो पुत्र हैं। इसमें बच्चा राय का बड़ा पुत्र रोहित राय दिल्ली तथा रितेश राय प्रयागराज में पढ़ते हैं। इन्हीं दोनों के खिलाफ एनआईए को कुछ इनपुट मिला था। बताया जा रहा है कि दोनों नक्सली गतिविधियों से जुड़े हैं। इस बात की कानों कान खबर एलआईयू को नही है।
इसके साथ ही मुगलसराय के करवत गांव में मोबिल फैक्ट्री में आग लग गयी। जब कि उक्त फैक्टी के गोदाम में अवैध ढंग से विस्फोटक सामग्री बरामद हुआ है। इस बात की कानो कान खबर एलआईयू को नही है। केवल होली, दीपावली के समय बाजार में सजने वाली दुकानों के मालिक का वैरिफिकेशन कर एलआईयू इसकी रिपोर्ट भेज कर अपना पल्ला छुड़ा लेती है। कभी भी यह जानने की कोशिश नही किया कि बिस्फोटक सामग्री बेचने वाला ब्यक्ति इन त्योहारों पर लाये पटाखे को बचने पर कहा रखता है। सुरक्षा के क्या प्रबंध है इन सब से दूर है। वही फायर विभाग एनओसी के नाम पर केवल फाइल के पैसे को महत्व देती है। एनओसी के नाम पर पैसा ले लिया पटाखे के दुकान पर आग बुझाने के पर्याप्त संसाधन है कि नही इन सबसे कोई लेना देना नही।
यही नही जनपद में 200 से अधिक छोटी बड़ी फैक्ट्रियों के अलावा दर्जनों अस्पताल है। जिन्हें फायर विभाग एनओसी दिए हुए है। लेकिन जिन संस्थानों को अग्निशमन ने एनओसी दिया है उन संस्थानों में आगलगी की घटना हुई तो खुद विभाग की गाड़ी नही पहुंच पाएगी। ऐसे में फैक्ट्री व अस्पताल के साथ साथ उसके पास निवास करने वालों का भी चिथडा होना तय है। यह संयोग अच्छा था कि करवत में मोबिल फैक्ट्री की लगी आग पुलिस व आस पास के सहयोग से बुझा लिया गया। अन्यथा उसी गोदाम के दूसरी छोर पर रखे भारी मात्रा के विस्फोटक तक आग की एक चिंगारी पहुंची होती तो आस पास के लोंगो के साथ हादसा होने तय था।