बार्डर के थाना प्रभारियों की कट रही चांदी
Chandauli news: जनपद में थाना प्रभारियों के लिए गौ तश्कर सोने की अंडा देने वाली मुर्गी से कम नहीं। गौ तश्करी का धंधा जमकर फल फूल रहा है। पुलिस के सामने से यह गाड़ियां गौ वंश गैर राज्य ले जा रहे है। जिसके बदले थाना प्रभारियों की अच्छी खासी कमाई हो रही है।
सोमवार को दर्जन भर गाड़ियों को कन्दवा थाना के असना गांव के समीप ग्रामीणों ने रोक लिया। ग्रामीणो के इस विरोध पर गौ तश्करों से तू तू मैं मैं भी हुआ। पुलिस भी मौके पर पहुंची लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई। ग्रामीण सुबास बिंद, विजय शंकर उपाध्याय, पिंटु बिंद, सतेन्द्र सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, श्रीपति उपाध्याय, बेचन राम, बेचू खरवार, अमित आदि ने सोमवार को गौ तश्करों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। एक साथ आधा दर्जन से अधिक पिकप को इन सभी ने रोका। सभी गाड़ियों पर गाय लदी हुई थी।
ग्रामीणों ने बताया कि आये दिन गौ तश्करी करने वाले इस रास्ते से जाते है। जिसकी शिकायत थाना प्रभारी , चौकी प्रभारी से की गयी लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही किया गया। जिसके बाद इन सभी ने खुद गौ तश्करों को इस रास्ते से आने जाने पर पाबंदी लगाने का फैसला लिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कन्दवा पुलिस इस कदर खुलेआम छूट दी है कि तश्करों को रोकने के बाद पुलिस को जानकारी दी गयी। लेकिन कोई मौके पर नही आया।
2500-3500₹ निर्धारित शुल्क: सूत्रों की माने तो गौ तश्करी के लिए एक पशु वाली गाड़ियां 2500₹ वही दो पशु लदे वाहन 3500₹ प्रति चक्कर सुविधा शुल्क देते है। जो पूरे दिन में 25- 30 गाड़ियां इस रास्ते से पास होती है।
दो दिन पूर्व दीवान पर दर्ज हुआ है मुकदमा: गौ तश्करी के मामले में लेंन देन के बात चीत का ऑडियो वायरल होने पर चकरघट्टा के एक दिवान पर पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही किया है। दिवान के उलर भ्रस्टाचार के मामले में सीओ के तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ है। हालांकि अब तक आरोपी दिवान पर विभगीय सहानुभूति इस कदर है कि उसे गिरफ्तार नही किया गया। बल्कि न्यायालय से अग्रिम जमानत लेने के लिए उसे छूट दे दिया गया है।