बीएसए कार्यालय का भ्रस्टाचार: फर्जीवाड़े के चक्कर में एसडीएम के ड्राइवर को भी बना दिया बीईओ का ड्राइवर
एसडीएम नौगढ़ का निजी चालक बीईओ बरहनी का कागज पर चला गाड़ी
वाहन से लेकर ड्राइवर तक सब फर्जी
Chandauli news: बीएसए कार्यालय से सम्बद्ध 13 वाहनों के संचालन में बाबू, ठेकेदार व अधिकारियों के संगम ने जो फर्जीवाड़ा किया है। उसमें वाहन से लेकर ड्राइवर तक फर्जी है। गड़ियां कागज पर सोनभद्र से लेकर मैनपुरी व जमानियां की लगाई गयी है। वहीं ड्राइवर के नाम में फर्जीवाड़ा करते हुए यह सब एसडीएम के ड्राइवर से भी बीइओ की गाड़ी कागज पर चलवा रहे है।
बीएसए कार्यलय से सम्बद्ध 13 वाहन को कागज पर चलवाकर बाबू ठेकेदार व अधिकारियों ने 1 करोड़ रुपया से अधिक का भुगतान करा लिए। इसका खुलासा होने पर जिलाधिकारी निखिल टी फुन्डे इसकी जांच ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से करा रहे है। जांच अधिकारी को बेसिक विभाग ने कागज को दुरुस्त करने के चक्कर में ऐसे ऐसे वाहन व उसके चालक का रिकार्ड दे दिया जो शायद चन्दौली का नाम सुने है। उनके मालिक कभी चन्दौली को देखे नही होंगे। मैनपुरी से लेकर सोनभद्र व जमानियां की गाड़ी का नम्बर रिकार्ड में दर्ज कर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को दे दिए। वहीं उन वाहनों को चलाने वाले चालक का भी रिकार्ड दिया गया है।
लेकिन एक कहावत है चोर कितना भी शातिर हो कुछ न कुछ सुराग छोड़ ही जाता है। कुछ ऐसा ही इन सभी ने कर दिया। बीइओ बरहनी की गाड़ी को ऐसे चालक से उनकी वाहन कागज पर चलवा रहे जो वर्तमान समय में नौगढ़ के एसडीएम का निजी चालक है। जो पिछले दो वर्ष से एसडीएम का चालक है। इसके पूर्व वह मुख्य कोषाधिकारी के वाहन को चलाया करता था। इसके साथ ही जो जमानियां की गाड़ी यहां कागज पर सम्बद्ध होकर चल रही है। वह लवकुश सिंह के नाम से रजिस्टर्ड है। जब गाड़ी मालिक से जानकारी लिया गया तो उन्होंने कहा कि वह एक सरकारी कर्मचारी है। और गाड़ी अपने चलने के लिए खरीदे है।