जावेद के शरीर पर ना कोई वस्त्र ना ही खरोच
प्रमोद का का बड़ी मशक्कत से हुआ शिनाख़्त
Chandauli news: डीडीयू मंडल के यार्ड व मानस नगर यार्ड में तैनात आरपीएफ के सिपाही जावेद व प्रमोद का शव मंगलवार को दिलदार नगर मंडल के भदौरा स्टेशन के बाद ट्रैक पर मिला था। जिसकी जानकारी के बाद विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इसकी जानकारी परिजनों को दे दिया गया। लेकिन इन दोनों का शव जिस स्थिति में ट्रैक के किनारे पाया गया था यह गुत्थी उलझा गयी है। इस गुत्थी को सुलझाने के लिए गाज़ीपुर पुलिस क्राइम ब्रांच व फॉरेंसिक की टीम के अलावा आरपीएफ पूरे घटना का खुलासा में लगी है।
जावेद अख्तर यार्ड पोस्ट और प्रमोद कुमार मानस नगर पोस्ट पर तैनात हैं। दोनों मोकामा ट्रेनिंग के लिए 15631 बाड़मेर एक्सप्रेस से जा रहे थे। मंगलवार को ट्रेनिंग सेंटर जब नहीं पहुंचे तो उनके बारे में पूछताछ की गई और वीडियो कंट्रोल रूम को सूचना दिया गया उसके बाद दोनों का मोबाइल बंद बता रहा था। इसी बीच भदौरा और गहमर रेलवे स्टेशन के बीच दो लोगों के शव मिलने की सूचना मिली। इसमें जावेद पूरी तरह से नग्न अवस्था में मिला। सिपाहियों के शव मिलने की जानकारी के बाद मौके पर विभागीय अधिकारी पहुंचे। वही ट्रेन में तैनात लोंगो से जानकारी लिया गया तो पता चला कि B3 कोच के सात नम्बर बर्थ से दोनों जवानों का सामान मिला है।
विभागीय जानकारों का कहना है कि जांच में यह बात सामने आई है कि डीडीयू नगर से चलकर सीधे पटना जंक्शन पर रुकने वाली 15631 बाड़मेर एक्सप्रेस डीडीयू जंक्शन से खुलने के बाद रेलवे यार्ड व अन्य छोटे छोटे स्टेशनों से मिलाकर लगभग8 से 9 बार चैन पुल्लिंग की गई। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा कि डीडीयू नगर से कोई तश्करों का सदस्य गाड़ी में चढ़ा था।
पुलिस B3 कोच के यात्रियों का कुंडली खंगालने में लगी है। आखिर बिना कपड़े के शव रेलवे ट्रैक के किनारे मिलना वह भी शरीर में एक भी निशान न हो। इसके साथ ही दोनों शवों के बीच लगभग 1 किलोमीटर का अंतर पाया गया। जानकारों का मानना है कि जावेद के शव को गाड़ी रुकने पर उतार कर रखा गया होगा।