पुलिस अधीक्षक से पीड़ित ने की शिकायत
Chandauli news: जीटी रोड़ के चौकियों पर मलाई खाने वाले चौकी इंचार्ज को जंगल का रास्ता दिखाया गया। लेकिन वर्दी पहनने के साथ ही देश सेवा की बजाय भ्रस्टाचार को बढ़ावा देने की कुछ लोग प्रतिज्ञा लेते है। ऐसा ही मामला दो दिन पूर्व का सामने आया है। जहां चौकी इंचार्ज चन्द्रप्रभा ने वनतुलसी नामक घास का ब्यापार करने वाले व्यापारी से सुविधा शुल्क न देने पर उक्त कार्य को बंद करने की धमकी दे रहे है। जिसका ऑडियो वायरल हुआ है।
जंगल में एक घास बहुत तेजी से उगती है। जिसे वनतुलसी का नाम दिया गया है। इस झाड़ी नुमा घास का अक्सर ईंट भट्ठा संचालक उपयोग ईंधन के रूप में करते है। जंगल के इस झाड़ी साफ कराया जाता है। जंगल का अपशिष्ट पदार्थ भी उपयोग में आता है। जिसका ब्यापार होने लगा। अब जंगल में बिना अनुमति ब्यापार शुरू हुआ तो इसमें पुलिस का हिस्सा तो लाजमी है।
जंगल से इस अपशिष्ट पदार्थ को ढोने के लिए ट्रैक्टर का उपयोग होने लगा। जिसके लिए नौगढ़, चन्द्रप्रभा व चकिया थाने का निर्धारित शुल्क तय हुआ। जिसमें नौगढ़ थाने का 20 हजार, चन्द्रप्रभा चौकी व चकिया थाने का 15 हजार रुपया प्रति माह निर्धारित है।
पीड़ित का संजय यादव के आरोप है कि पिछले कई माह से यह कार्य बंद था। जिसके कारण पैसा चौकी पर नही दे पाया। इसके लिए चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र शर्मा ने पैसा न देने की स्थिति में ट्रैक्टर जंगल में न ले आने की धमकी दिए। इसके बाद वह मजदूरों को पैसा देने के लिए 13 अप्रैल को घर से जंगल गया। जिसकी मुलाकात चौकी इंचार्ज से हो गयी। इसपर उन्होंने उसे चौकी पर कई घण्टे बैठाए रहे। उसके पास मजदूरी के लिए रखे पैसे भी ले लिए। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाया है।