टिफिन का लजीज व्यंजन हो गया कड़वा
Chandauli news: वाराणसी में आरएसएस प्रमुख एकजुटता का पाठ पढ़ा रहे थे। वहीं चंद किमी दूरी पर आरएसएस के सिपाही उनके पाठ को ठेंगा दिखाते हुए मंच पर ही आपस मे भिड़ गए। एक दूसरे पो पार्टी से निकलवाने की धमकी तक दे डाला। वहीं मंच पर विराजमान कद्दावर नेता इस मंजर को अपनी आंखों से देख सकपका गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 09 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर भाजपा इस समय टिफिन भोज बैठक कर रही ही। इसमें पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ टिफिन के लजीज व्यंजनों लुफ्त इस उद्देश्य से उठाया जा रहा कि पार्टी का हर सदस्य एक समान है। बड़े से बड़े नेता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर भोजन कर मनोबल बढ़ा रहा है।
मंगलवार को केंद्रीय मंत्री का टिफिन भोज कार्यक्रम मुगलसराय में था। जहां मंच माइक की व्यवस्था के साथ टिफिन में लजीज व्यंजन भी नामी गिरामी एक रेस्टोरेंट से बनकर आया था। इसमें मंत्री जी के साथ जिले की प्रभारी मीना चौबे व अन्य पदाधिकारियों को मंत्री जी के साथ भोजन पर आमंत्रित कर दिया गया। मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल को किनारे जगह दे दिया गया। यह बात विधायक को नागवार लगी। इसके बाद तो विधायक रमेश जायसवाल ने केंद्रीय मंत्री के सामने मीना चौबे और जिलाध्यक्ष को खरी खोटी सुना दिया। इधर पार्टी के जिलाध्यक्ष अभिमन्यू सिंह ने भी विधायक को उनकी मर्यादा का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि आंख न दिखाइए। मंच पर तू तू मैं मैं इस कदर बढ़ गया कि विधायक ने यहां तक कह डाला कि अकेले चुनाव जीता लीजिएगा देखता हूँ।
पार्टी सूत्रों की माने तो नगर पंचायत चुनाव के बाद से पार्टी के अंदर एक घमासान चल रहा है। जो मंगलवार को चौकी की बात चौका तक पहुंच गया। ईधर टिफिन के लजीज व्यंजन का स्वाद कडुवा हो रहा था। बीच मझधार में फंसे मंत्री जी इस व्यवहार से सकपका सा गए थे। उन्होंने पूरे धैर्य के साथ विधायक को मनाने में लगे रहे।