आरोपी लेखपाल को घसीटकर थाने ले गयी टीम
Lucknow\ varanasi news: एंटी करप्शन टीम ने सोमवार को राजधानी व वाराणसी के घूसखोरों के गले का फंदा बन गयी। दोनों जगह की अलग अलग टीम ने 20 हजार रुपया घूस के साथ गिरफ्तार किया। इसमें सदर तहसील में लेखपाल को वरासत में नाम चढ़ाने के लिए रिपोर्ट लगाने के नाम पर पैसा लिया जा रहा था। जबकि वाराणसी के राजाबाजार चौकी इंचार्ज द्वारा मुकदमें में प्रभावी पैरवी के नाम पर पैसा मांगा जा रहा था। लखनऊ में गिरप्तार लेखपाल टीम के साथ जाने में आनाकानी करने लगा। इनके बाद टीम के अन्य सदस्यों ने टांगकर घूसखोर लेखपाल को ले गए।
लखनऊ के सदर तहसील में तैनात लेखपाल अविनाश ने एक ब्यक्ति से वरासत रिपोर्ट लगाने के नाम पर 20 हजार रुपया का मांग किया था। पैसा न देने पर रिपोर्ट नही लगा रहा था। इसके बाद पीड़ित ने एंटी करप्शन की टीम की मदद लिया। लेखपाल व पीड़ित ब्यक्ति के रिकॉर्डिंग को आधार मानते हुए टीम ने सोमवार को उसके आया पास इकट्ठा हो गए। जब वरासत के लिए पहुंचे ब्यक्ति ने बातचीत कर पैसा दिया तुरंत एंटीकरप्शन की टीम रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। जब तक लोग कुछ समझ पाते टीम के लोंगो ने हाथ धुलाकर अपने साथ ले जाने लगे। टीम के द्वारा पकड़ लेने पर अपहरण की बात कहकर लेखपाल चिल्लाने लगा। आस पास के लोग टीम के आगे पीछे लग गए। लोंगो की भीड़ देख आरोपी लेखपाल सड़क पर लोटने लगा। जिसके बाद टीम के सदस्यों ने टांगकर गाड़ी में बैठा लिया।
वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में तैनात दरोगा धर्मेंद्र शुक्ला को अपराध संख्या 113/23 धारा 323,504,506, 386 की विवेचना में धारा कम करने और गिरफ्तारी ना करने के लिए आरोपियों से पैसा मांगा था। जिसके बाद इन सभी ने एंटी करप्शन टीम से सम्पर्क किया। सोमवार को पैसा लेते हुए टीम के पकड़ लिया।