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भ्रस्ट खाद्य विभाग के सह पर फल फूल रहा बालाजी स्वीट्स हाउस

मीठे में मिला कीड़ा, तो दुकानदार बोला आ गया होगा

कभी काकलेट में निकल चुका है पेपर पिन

शिकयत के बाद मुद्रमोचन कर शांत हो  जाते  है सैम्पलिंग अधिकारी

Chanadauli news: आम जनमानस को स्वस्थ व गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सके इसके लिए मितावटखोरो पर नकेल कसने के लिए सरकार खाद्य विभाग में एक नमूना संकलन विभाग बनाया है। जो मिलावटखोरों का जांच पड़ताल करते है। इसके लिए इन लोंगो के तनख्वाह से लेकर सुख सिविधाओं पर लाखों रुपया सरकार का खर्च होता है। लेकिन इसके बाद भी कमीशनखोर अधिकारियों ने मुद्रमोचन के लालच में आम लोंगो के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है।

फोटो: नाश्ते में पेपर पिन

कुछ ऐसा ही नजारा मुख्यालय स्थित बालाजी स्वीट्स के नाम से चर्चित दुकान पर लोंगो के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा। लापरवाही की आलम यह है कि गुरुवार को मिठाई के चासनी में कीड़े मिले। जब इसकी शिकायत उपभोक्ता द्वारा किया गया तो दुकानदार गलती स्वीकार करने की बजाय पहले तो बहस बाजी किया। इसके बाद जब मामला तूल पकड़ने लगा तो यह कह दिया कि आ गया होगा कहीं से। ग्राहकों का कहना है कि पिता पुत्र दोनों मदतमीजी पर उतारू हुए। हलांकि ग्राहक भी आस पास के ही थे। इसलिए दुकानदार बैकफुट हो गया। यही नही मिलावटखोरी के साथ इसके यहां घटतौली की शिकायत भी है। यहां डब्बे को मिठाई के वजन में तौल कर दिया जाता है।

इसके पूर्व 30 नवम्बर को एक ब्यक्ति पार्टी के लिए 20 पैकेट नाश्ता का आर्डर दिए। जब उन्हें आपूर्ति की गयी तो काकलेट में पेपर पिन निकला। ग्राहक ने इसकी शिकायत जब दुकानदार से किया तो उसने साफ इंकार कर दिया। वहीं इसकी शिकायत जब फूड सैम्पलिंग अधिकारी से किया तो उन्होंने जांच करने की बात करते हुए मामले को रफा दफा कर दिया। हलांकि इस शिकायत के बदले दुकानदार से मुद्रमोचन जरूर कर लिए।

इसके अलावा मुगलसराय के परंपरा मिष्ठान भंडार से फफूंदी वाली बर्फी बेचे जाने की शिकायत भी की गई थी। लेकिन भ्रष्ट विभाग वाले मामले को पूरी तरह से पचा गए। हलांकि उस समय शिकायतकर्ता न्यायालय में कार्यरत कर्मचारी था। जिसके कारण वह पिछे पड़ा रहा। तब जाकर एक माह बाद छापेमारी एसडीएम व सीओ ने किया था। छापेमारी में पहुंचे सैम्पलिंग अधिकारियों ने एसडीएम व सीओ के सामने ही दुकानदार से पूछा की आप बताए किस खाद्य सामग्री का नमूना लिया जाय। सैम्पलिंग अधिकारियों के इस ब्यवहार से दोनों अधिकारी हतप्रभ रहे।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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