एसपी ने घोषित कर दिया 25 हजार का ईनाम, सीओ की कुशल पर्यवेक्षण नही आ रहा काम
Chandauli news: मुगलसराय में पिछले बुधवार को पान का पैसा मांगने पर मनबढ़ युवक ने ब्यवसाई को गोली मार दिया। इसके बाद वहां से पूरे इत्मीनान के साथ निकल लिया। घटना स्थल से आधा किमी दूर कोतवाली से पुलिस को आने में आधा घंटा लग गया। घटना की जानकारी के बाद सीओ, एडिशनल एसपी सदर व पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए। ब्यापारी घटना को लेकर मुखर हो। इसके पहले एसपी से बदमाश की पहचान कर उसे पकड़ने की जिम्मेदारी सीओ डीडीयू नगर के पर्यवेक्षण में एसएचओ को दिया। यहां तक कि चार दिन तक हाथ पांव मार रही पुलिस को कोई सुराग नही लगा । फिर मनबढ़ युवक को जीडी में बदमाश की केटेगरी में दर्ज कर उसे 25 हजार का इनामी घोषित किया गया लेकिन अब भी पुलिस के हाथ खाली है।
बदमाश को न पकड़ पाने वाली पुलिस गुड्डू पाठक से रिश्तेदारों को जेल भेजना शुरू कर दी है। सूत्रों की माने तो इस घटना का खुलासा करने में अनुभव की काफी कमी सामने आ रही है। क्योकि जनपद के वरिष्ठ अधिकारी जितना खाका तैयार कर कार्य करने के लिए दे रहे है। मुगलसराय की पुलिस उससे अधिक चल नही पा रही है। इसके पीछे विभागीय सूत्र का कहना है कि डीडीयू नगर का चार्ज कृपापात्र पर चल रहा है। क्योंकि साहब का यह दूसरा थाना है जहां इंचार्ज हो पाए है। जबकि एसआई के दौरान किसी भी थाने का चार्ज इनके पास नही था। जिससे यह इस तरह की घटना को सीधे फेस कर पाएं। इंस्पेक्टर बनने के बाद इस जिले में ही पहला चार्ज नौगढ़ का मिला। जहां पैदल पैदल गौ तश्करी पर कार्यवाही करने का श्रेय इनके खाते में गया था। जिसका लाभ डीडीयू नगर के रूप में मिला।
घटना का खुलासा किसी तरह हो जाय तो सीधे पुलिस की विज्ञप्ति में यह बताया जाएगा कि साहब के निर्देश व कुशल पर्यवेक्षण में बदमाश को मुखबिर की सूचना पर भागने की फिराक बदमाश को पकड़ने में सफलता मिली है। एक सप्ताह बीतने के बाद भी न निर्देश का असर दिख रहा न पर्यवेक्षण का। ब्यापारी एक सप्ताह बाद बदमाश का पुलिस पकड़ से दूर होने पर आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
इस संम्बंध में पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल का कहना है कि 25 हजार का ईनाम के साथ साथ बदमाश के चल अचल सम्पत्ति का ब्यौरा तैयार किया जा रहा है। जल्द ही सम्पत्ति को जब्त व कुर्की की कार्यवाही भी हो सकती है।