डीएम की समीक्षा बैठक में हुआ खुलासा
खाद्य विभाग का सामने आया गुणा गणित, मिलावट खोरों के प्रति विभाग गम्भीर नहीं
बैठक से गायब रहने वाले खाद्य अधिकारी से मांगा स्पस्टीकरण
Chandauli news: राजस्व के मामले को लेकर थाना दिवस से लेकर तहसील दिवस पर फरियादियों की भीड़ रहती है। अधिकारी सम्बंधित को समस्या का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का आदेश निर्देश देकर थाना व तहसील का कार्यक्रम सम्पन्न कर देते है। लेकिन इसके बाद भी पीड़ितों के समस्या का निराकरण नही हो रहा। कारण की धारा 67 के तहत पक्की पैमाइस में जिला फिसड्डी है। यह कार्यवाही तहसील स्तर के न्यायालय से होती है। जिसमें लापरवाही का आलम यह है कि कई वर्षों से फाइल अधर में लटकी पड़ी है।
राजस्व के पुराने लंबित वादों को तत्काल निस्तारित करने के लिए जिलाधिकारी ने सभी तहसीलदारों को निर्देश देते हुए कहा कि 5 वर्ष से अधिक लंबित मामलों का निस्तारण कराएं।धारा 67 से संबंधित लंबित वाद के संबंध में चंदौली के निचले पायदान पे होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सभी मामले यथाशीघ्र निस्तारित कराए जाने के लिए निर्देशित किया। कर राजस्व में स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन,व्यापार कर,राज्य आबकारी,मोटर वाहनों पर यात्री कर एवं भू राजस्व वसूली में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए।
अपर जिलाधिकारी अभय कुमार पांडेय ने खाद्य इंस्पेक्टर की परफार्मेंस अत्यंत खराब होने एवं बैठक में अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश दिया।मंडी समिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि मंडी में आवक कम होने पर जनपद की रैंक प्रभावित हुई है।वर्तमान में मंडी आवक के संबंध में जनपद की 18 वीं रैंक होने पर उसमे और सुधार लाने के निर्देश दिए। अपर जिलाधिकारी ने वन विभाग का लक्ष्य के सापेक्ष कम राजस्व संग्रहण पर चिंता जाहिर करते हुए उसे बढ़ाने का निर्देश दिया। इस दौरान उपजिलाधिकारी डीडीयू नगर, चकिया, नौगढ़, डीएफओ, संभागीय परिवहन अधिकारी, एआईजी स्टैंप, आबकारी अधिकारी, खनन अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी एवं राजस्व विभाग के संबंधित अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।