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आईजीआरस की शिकायत नहीं सुलझा पाए ऑफिसर तो होगी सीधी कार्यवाही: एसपी

सात दिन के स्थान पर अब मिलेगा 10 दिन का समय

हल्का प्रभारी इंस्पेक्टर, एसएचओ से असन्तुष्ट की समीक्षा करेंगे सीओ

Chandauli news: पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के यहां जनता दरबार में फ़रियादियों की भीड़ निरंतर बढ़ती जा रही है। इसके पीछे का सच यही है थाना पर पीड़ितों की शिकायत का समाधान नहीं हो पा रहा। आईजीआरएस पर उल्टा सीधा रिपोर्ट लगाकर आईजीआरएस निस्तारण की रिपोर्ट दे देते है। इससे गुणवत्ता पर सवालिया निशान उठता रहा है। ऐसे में अब पुलिस अधीक्षक ने बदलाव कर दिया। आइजीआरएस निस्तारण की समीक्षा अब तीन चरण में होगी। ऐसे में जिनके स्तर से समाधान में लापरवाही मिलेगी उनके खिलाफ़ कार्यवाही तय है।

पुलिस अधीक्षक ने औपचारिक बात चीत में बताया कि अब प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही की तीन चरण में समीक्षा की जाएगी। जनता दर्शन में पड़ने वाले प्रार्थना पत्र का आईजीआरएस पोर्टल पर शिकयतन दर्ज कर सम्बंधित थाने को भेजकर कार्यवाही करने के निर्देश दिया जाता है। जिसके लिए 07 दिन के समय निर्धारित होता है। जिसे बढाकर 10 दिन किया गया है। उन्होंने बताया कि अब समीक्षा तीन चरण में होगा। इसमें सबसे महत्वपूर्ण विंदु यह है कि पुलिस की कार्यवाही से किस लेबल पर पीड़ित सन्तुष्ट होता है।

आइजीआरएस का प्रार्थना पत्र जिस हल्का इंचार्ज के पास है। उसके कार्यवाही से पीड़ित असन्तुष्ट हुआ तो उसकी समीक्षा अब थाना प्रभारी करेंगे। इसके बाद पीड़ित को अपने कार्यवाही से सन्तुष्ट करेंगे। एसओ/ एसएचओ लेवल पर पीड़ित सन्तुष्ट हो गया तब हल्का इंचार्ज के खिलाफ कार्यवाही होगी। वहीं तीसरे चरण में यदि हल्का, एसओ की कार्यवाही से असन्तुष्ट पीड़ित सीओ स्तर से सन्तुष्ट होंगे तब थाना प्रभारी पर कार्यवाही होगी। इस प्रकिया के लिए अब 10 दिन का समय निर्धारित किया गया है। जिसकी समीक्षा की जाएगी।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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