बिना गाड़ी की ट्रेनिंग दिए ही पैसा लेकर दिया जाता है प्रमाणपत्र
Chandauli news: कमीशन खोरी की पराकाष्ठा इस कदर है कि यहां तो महोदय बिना पैसा लिए सांस भी नही लेते। कुछ ऐसा ही नजारा इस समय जिले के उपसम्भाग अधिकारी कार्यालय की है। जहां बिना कमीशन के कोई काम नही होता। डीएल से लेकर गाड़ी चलान जैसे मामले में राजस्व से अधिक कमीशन लिया जाता है। इसके अलावा कमीशन खोरी के चक्कर में एआरटीओ व आरआई अवैध ट्रेनिंग सेंटर चलवा रहे है। जहां बिना ट्रेनिंग के ही पांच हजार में प्रमाण पत्र दिया जा रहा है।
जनपद में तीन तीन मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर चलाया जा रहा है। जहां छोटे वाहन से लेकर भारी वाहन चलाये जाने की ट्रेंनिग दी जाती है। लेकिन इन ट्रेनिंग सेंटरों पर कोई वाहन उपलब्ध नही है। एक दो आल्टो कार रखकर वाहन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। जबकि भारी वाहन चलाने का प्रमाण पत्र भी दे दिए जा रहा है। उसी प्रमाण पत्र के आधार पर एआरटीओ विभाग से भारी वाहन चलाने का लाइसेंस दिया जाता है।
विभागीय सूत्रों का मानना है कि ट्रेंनिग सेंटर से भारी वाहन चलाने के प्रमाणपत्र का पहले तीन हजार रुपया लिया जाता था जो अब बढाकर पांच हजार रुपया सुविधा शुल्क कर दिया गया है।